आप
चाहें तो कंप्यूटर में मौजूद साॅफ्टवेयर्स औऱ उनकी काॅन्फीगरेशन की जांच
के लिए बायोस का इस्तेमाल कर सकते है। कंप्यूटर आँन करने के बाद लेकिन
विंडो के अपलोड होने से पहले स्क्रीन ग्रे शेड की हो औऱ एक कर्सर ब्लिक
करें तो एफ2 कमांड दें। ऐसा करते ही सिस्टम का सारा कान्फीगरेशन सामने
दिखने लगेगा और कंप्यूटर किसी साॅफ्टवेयर में मौजूद एरर के बारे में भी
सूचित कर देगा।
उपयोग न होने वाले प्रोग्राम को बंद करें
आप
हालांकि सी ड्राइव से इस्तेमाल न किए जाने वाले प्रोग्राम व फाइलों को
डिलीट कर सकते हैं कितु उन एप्लीकेशन को भी जानना जरूरी हो जाता है जो
कंप्यूटर को स्लो करते हैं तो जब भी किसी एप्लीकेशन पर जाते हुए कंप्यूटर
स्लो हो तो उसकी जांच करें। यदि ड्राइव में लंबे समय से उपयोग न होने वाले
एप्लीकेशन पड़े हो तो उन्हें बंद कर सकते हैं। इसका पता करने के लिए
Ctrl+alt+del एक साथ प्रेस करें तो एक नई विंडो दिखाई देगी। इसके टास्क मैनेजर पर क्लिक करें औऱ फिर प्रोसेसर पर क्लिक करें।
स्क्रीन
पर एक लिस्ट दिखेगी अब आपको Main usage पर क्लिक करना है ये आपको फाइलो और
एप्लीकेशन को एल्फाबेट के अनुसार अरेंज कर देगा और आपको जिस एप्लीकेशन की
आवश्यकता न हो उसे बंद करदे।
जब जरूरी हो डिस्क फ्रेगमेंटशन
हार्ड
को सही स्थिति में रखने औऱ उसकी फाइलो को अरेज कने के लिए महीने में एक
बार डिस्क फ्रेगमेंट चलाकर डिस्क फ्रेगमेंटेशन अवश्य करें। यदि आपको यह
करना नहीं आता तो निम्न प्रक्रिया पर ध्यान दें-
Start > Program >Accessories > System tool > disk defragment पर क्लिक करें
एक
विंडो स्क्रीन पर आएगी जिसमें डिफ्रेग्मेंट आँप्शन पर क्लिक करें। इस
डिस्क क्लीनर के आँफ्शन पर क्लिक करते ही टेम्परेरी और करप्ट फाइले स्वयं
ही इरेज हो जाएंगी।
लेकिन यदि एक ही सिस्टम में विंडो मीडिय प्लेयर औऱ वीएसली प्लेयर दो विडियो हो तो उन्हे बारीबारी से चलाएं एक साथ नहीं।
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